यात्रियों को होगी एयरपोर्ट जैसी अनुभूति रेन वाटर हार्बेस्टिंग, वाटर रिसाइक्लिंग प्लांट, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन से युक्त होंगे
हाजीपुर, दूरबीन न्यूज। स्टेशनों पर यात्रियों को एक सुखद अह्सास हो, और सभी आधुनिक सुविधाएं मिलें, इसके लिए स्टेशनों के पुनर्विकास और कायाकल्प का काम पूरे देश मे चल रहा है। इनमें पूर्व मध्य रेल के भी कई स्टेशन शामिल हैं।इसी कड़ी में स्टेशन पुनर्विकास परियोजना के तहत् बापूधाम मोतिहारी स्टेशन को लगभग 234 करोड़ रूपए की अनुमानित लागत से विश्वस्तरीय रूप दिया जाएगा। अंतिम रूपरेखा तैयार हो जाने के बाद दो चरण में पूरे किए जाने वाले इस परियोजना के प्रथम चरण में 194 करोड़ रूपए व्यय किए जाएंगे जिसके लिए निविदा जारी कर दी गयी है।
पुनर्विकास से जुड़े कार्य पूरा होने के बाद यात्रियों को यहां एयरपोर्ट जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं प्राप्त होंगी एवं उन्नत यात्री सुविधाओं के साथ तकनीक, स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक मेल बनेगा। स्टेशन पर यात्रियों को सेवा प्रदान करने की क्षमता बढ़ जायेगी। इससे प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का सृजन होगा जिसका लाभ स्थानीय लोगों को मिलेगा।
स्टेशन पुनर्विकास का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को संरक्षा, बेहतर अनुभव एवं विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं प्रदान करना है । स्टेशन को विश्वस्तरीय रूप देते हुए स्टेशनों को अत्याधुनिक सुविधा से सुसज्जित करते हुए स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग का रूप दिया जाएगा, जहां वेंटिलेशन आदि की पर्याप्त व्यवस्था होगी। स्टेशन पर एक्सेस कंट्रोल गेट एवं प्रत्येक प्लेटफार्म पर एस्केलेटर एवं लिफ्ट लगाए जाएंगे, ताकि एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आने-जाने में यात्रियों को सुविधा हो। यात्रियों को प्रदान की जाने वाली आवश्यक सुविधाओं में खान-पान, वॉशरूम, पीने का पानी, एटीएम, इंटरनेट आदि शामिल होंगे । इससे आम यात्रियों के साथ वरिष्ठ नागरिक विशेष रूप से लाभान्वित होंगे।
विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में पुनर्विकास के उपरांत बापूधाम मोतिहारी स्टेशन पर रेल यात्रियों के स्टेशन पर आगमन एवं प्रस्थान के लिए अलग-अलग व्यवस्था के तहत आगमन एवं प्रस्थान भवन का निर्माण किया जायेगा । स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार ऐसे होंगे, जिससे यात्रियों को भीड़-भाड़ का सामना नहीं करना पड़े। इसके साथ ही प्रतीक्षालय के लिए अतिरिक्त 36 मीटर चौड़ा कॉनकोर्स एरिया, प्लेटफार्म क्षेत्र और एफओबी का उन्नयन, अतिरिक्त टिकटिंग सुविधा, दिव्यांग अनुकूल सुविधाएं, ग्रीन ऊर्जा हेतु स्टेशन भवन पर सौर पैनल का प्रावधान, रेन वाटर हार्बेस्टिंग का प्रावधान, वाटर रिसाइक्लिंग प्लांट, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एवं अग्निशमन आदि की व्यवस्था होगी ।