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जांच टीम ने दिया क्लीनचिट, फिर से डॉ गिरिश बने डीएस, टीम ने कहा नियमानुसार हुई थी चिकित्सा व्यवस्था

दूरबीन न्यूज डेस्क। जांच टीम ने दिया क्लीनचिट, फिर से डॉ गिरिश बने डीएस, टीम ने कहा नियमानुसार हुई थी चिकित्सा व्यवस्था। दस जुलाई 24 को समस्तीपुर संसदीय क्षेत्र सांसद शांभवी चौधरी के द्वारा सदर अस्पताल, समस्तीपुर का निरीक्षण किया गया। निरक्षण में पाई गई कुव्यवस्था पर माननीया सांसद के द्वारा क्षोभ प्रकट किया गया। दिनांक 10.07.2024 को बीस सुत्री की समीक्षात्मक बैठक में सांसद के द्वारा सदर अस्पताल में पाई गई कुव्यवस्था से जिलाधिकारी एवं माननीय प्रभारी मंत्री को अवगत कराया गया। प्रभारी मंत्री के द्वारा जिलाधिकारी को जाँच कर अविलंव कारवाई करने हेतु निदेशित किया गया।

उक्त के आलोक में कार्यालय पत्रांक 2399 दिनांक 13.07.2024 के द्वारा डॉ० गिरीश कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी को तत्कालिक रूप से उपाधीक्षक के प्रभार से मुक्त करते हुए डॉ नागमणि राज, विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल, समस्तीपुर को उपाधीक्षक नामित किया गया। तत्पश्चात अधोहस्ताक्षरी कार्यालय पत्रांक 4296 दिनांक 15.10.2024 द्वारा जॉच हेतु जॉच टीम का गठन किया गया। जिला वैक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी, समस्तीपुर के पत्रांक 328 दिनांक 17.10.2024 द्वारा जाँच कर जाँच प्रतिवेदन सीएस को उपलब्ध कराया गया।

उक्त जाँच प्रतिवेदन में अंकित है कि निरीक्षण की तिथि को सदर अस्पताल में मरीजों का समुचित ईलाज तथा अन्य क्रियाकलाप नियमानुकुल संचालित हुआ था. अत्याधिक वर्षा के कारण कुछ समय के लिए गंदगी फैल गया था। जिसे निर्देशानुसार वर्षा का पानी निकल जाने के उपरांत साफ-सफाई करा दिया गया था। जोंच प्रतिवेदन के आधार पर एवं दिनांक 06.11.2024 को जाँच प्रतिवेदन पर जिलाधिकारी महोदय से विमर्शोपरांत तत्काल प्रभाव से डॉ० नागमणि, शिशु रोग विशेषज्ञ, सदर अस्पताल, समस्तीपुर को उपाधीक्षक के प्रभार से मुक्त करते हुए तत्काल प्रभाव से डॉ० गिरीश कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी को उपाधीक्षक नामित किया जाता है।

यह आदेश तत्काल प्रभाव से प्रभावी होगा। डॉ० नागमणि राज, विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल, समस्तीपुर को आदेश दिया जाता है कि वे अविलंब उपाधीक्षक से संबंधित अपना संपूर्ण प्रभार डॉ० गिरीश कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल, समस्तीपुर को सौंप दें। डॉ० गिरीश कुमार को आदेश दिया जाता है कि वे डॉ० नागमणि राज से प्रभार ग्रहण कर अधोहस्ताक्षरी को अवगत करावें।

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