दूरबीन न्यूज़ डेस्क। मुखिया की हत्या के विरोध में सात घंटे तक सड़क, मुख्य आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार। मोरवा प्रखंड के वनवीरा पंचायत के मुखिया व प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष नारायण शर्मा की गोली मार हत्या से आक्रोशित ग्रामीणों ने हलई बाजार के समीप सड़क जाम कर रोष जताया। अहले सुबह करीब तीन बजे से शुरू हुआ जाम दिन के दस बजे तक जारी रहा। सदर एसडीओ दिलीप कुमार ने मुखिया के परिजन और ग्रामीणों की बात सुनने के बाद पंचायती राज विभाग से पांच लाख रुपये मुआवजा दिलाने और मांग की पूर्ति के लिए प्रतिनिधिमंडल की डीएम से वार्ता कराने का आश्वासन देकर सभी को शांत करा जाम हटवाया।
उसके बाद समस्तीपुर से हाजीपुर होते हुए पटना जाने वाली एनएच 322 पर आवागमन शुरू हो सका। जाम स्थल पर मोरवा विधायक रणविजय साहू, भाजपा नेता रंजीत निर्गुणी के अलावा अन्य दलों के नेता और विभिन्न पंचायतों के मुखिया व अन्य पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधि भी पहुंचे हुए थे। हत्या से आक्रोशित लोगों ने सड़क पर मुखिया की लाश रखने के साथ जगह जगह टायर भी जला रखा था। सभी हत्यारे की अविलंब गिरफ्तारी करने, दिवंगत मुखिया के परिजन को 25 लाख रुपये मुआवजा देने और पटोरी डीएसपी को हटाने की मांग कर रहे थे।
ग्रामीणों का आरोप था कि पटोरी डीएसपी के कार्यकाल में अपराध की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। डिहिया पुल के पास पूर्व में पुलिस की गश्ती होती थी, जिसे बंद कर दिया गया है। ग्रामीण अपराध नियंत्रण के लिए डिहिया पुल के पास पुलिस पोस्ट खोलने की भी मांग कर रहे थे। वे पुलिस प्रशासन के विरोध में नारे लगा रहे थे। उनका आरोप था कि कॉल करने पर एसपी और डीएम कॉल नही उठा रहे हैं। जिससे उनमें अधिक रोष था। बाद में सदर एसडीओ जाम स्थल पर पहुंचे और लोगों से बात करने के बाद उनकी मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार के बाद पूरा कराने में सहयोंग का आश्वासन देकर शांत करा जाम हटवाया।
उसके बाद पुलिस में मुखिया का शव पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल भेजा। इधर, एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के बाद घटना का मुख्य कारण सामने आएगा। विदित हो कि शुक्रवार रात एक युवक के दाह संस्कार में विवाद के बाद बदमाश ने मुखिया को गोली मार दी थी। सीने में गोली लगने से जख्मी मुखिया की देर रात इलाज के दौरान मौत हो गयी थी।