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कुव्यवस्था : भीषण गर्मी में भी नही हुई समस्तीपुर पीआरएस में पंखा की व्यवस्था, व्याकुल हैं यात्री

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दूरबीन न्यूज डेस्क। कुव्यवस्था : भीषण गर्मी में भी नही हुई समस्तीपुर पीआरएस में पंखा की व्यवस्था, व्याकुल हैं यात्री। एक तरफ जहां रेलवे हमेशा यात्री सुविधा को लेकर दाबा करती है। वहीं दूसरी ओर रेल मंडल मुख्यालय स्थित स्टेशन ही इसका पोल खोल रहा है। समस्तीपुर रेल मंडल मुख्यालय के स्टेशन के पीआरएस में पंखा की कमी है।

भीषण गर्मी के बावजूद यहां यात्रियों के सिंटिंग स्थानों पर पंखा नहीं है। यू कहें तो यात्री के बैठने के लिए सिमेंट का बेंच बनाया गया है, लेकिन पंखा के बदलने यहां केवल छत से लटकता हुए एक रॉड नजर आ रहा है। नतीजतन कतार में खड़े यात्री के परिजन जब बैठते हैं गर्मी से परेशान होते हैं।

काउंटर के पास है पंखा: समस्तीपुर में पीआरएस काउंटर के पास पंखा की व्यवस्था है। जहां टिकट कटाने के लिए काउंटर के पास पहुंचने पर यात्रियों को राहत होती है। हालांकि कतार में खड़े होने वाले यात्रियों के लिए पंखा नहीं है।

फिलहाल पांच से छह काउंटर प्रतिदिन कार्यरत हैं। इन काउंटर के सामने केवल एक-एक पंखा लगा है। वैसे पीआरएस हॉल के उत्तरी तरफ भी तीन पंखा लगा है। जिसकी गति भी कम है। तत्काल टिकट के लिए करते इंतजार: पीआरएस काउंटर पर तत्काल टिकट के लिए इंतजार करते हैं।

 

प्रत्येक दिन आठ से साढ़े आठ बजे तक तत्काल के कतार में खड़े लोगों को क्रमवार संख्या पर्ची पर अंकित कर दी जाती है। जिसके बाद ये यात्री निर्धारित स्थल पर बैठकर भीषण गर्मी में बिना पंखा के तत्काल के समय का इंतजार करते हैं। बतादें कि प्रत्येक दिन दस बजे से एसी एवं 11 बजे से स्लीपर कोच के लिए तत्काल टिकट का काउंटर खुलता है।

साढ़े सात सौ यात्रियों की होती बुकिंग: पीआरएस पर प्रत्येक दिन लगभग साढ़े तीन सौ से अधिक यात्री पहंुचकर आरक्षण पर्ची भरते हैं। जिसमें औसत सात से साढ़े सात सौ यात्रियों की बुकिंग होती है। इसके बावजूद पीआरएस हॉल में पंखा की कमी है। हालांकि ऑन लाइन टिकट मिलने के बाद पीआरएस पर यात्रियों की संख्या में कमी आयी है।

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