यहां क्लीक कर व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े
दूरबीन न्यूज डेस्क। ईसीआर के महाप्रबंधक ने बरौनी जंक्शन का किया निरीक्षण, ‘‘मशीनीकृत लॉन्ड्री‘‘ का किया गया शुभारंभ। पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक तरूण प्रकाश द्वारा शनिवार को बरौनी जंक्शन का निरीक्षण किया गया। इस दौरान महाप्रबंधक ने मंडल रेल प्रबंधक, सोनपुर विवेक भूषण सूद तथा संबंधित अधिकारियों के साथ बरौनी यार्ड के रिमॉडलिंग एवं फेजवर्क पर विचार-विमर्श किए तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
निरीक्षण के क्रम में महाप्रबंधक द्वारा बरौनी स्थित सम्मिलित क्रू लॉबी का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने वहां उपस्थित लोको पायलट एवं गार्ड से संरक्षा से जुड़े विविध पहलुओं की जानकारी से अवगत हुए। उन्होंने उपस्थित रनिंग स्टाफ से सुझाव भी लिए तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
इसके उपरांत महाप्रबंधक द्वारा बरौनी इलेक्ट्रिक लोको शेड का निरीक्षण किया गया। उन्होंने इस दौरान लोकोमोटिव के रख-रखाव एवं मरम्मत कार्यों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी ली तथा संरक्षा मानकों को ध्यान में रखकर कार्य करने के निर्देश दिए । निरीक्षण के उपरांत महाप्रबंधक महोदय द्वारा नवनिर्मित न्यूमेटिक टेस्ट लैब का शुभारंभ किया गया।
इसके उपरांत महाप्रबंधक तरुण प्रकाश द्वारा ‘‘मशीनीकृत लॉन्ड्री‘‘ का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक विवेक भूषण सूद भी उपस्थित थे। लॉन्ड्री में बरौनी की ट्रेनों के लिनेन को धोने के लिए विशेष प्रकार की मशीनें लगाई गई हैं। यह प्लांट लगभग 3.5 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई है, जो प्रति शिफ्ट (8 घंटे) 03 टन लिनेन की धुलाई कर सकती है।
इस मशीनीकृत लॉन्ड्री में वॉशर एक्सट्रैक्टर, टम्बल ड्रायर, फ्लैट वर्क आयरनर, कंबल सफाई मशीन, फीडर, फोल्डर, स्टेकर, स्पॉटिंग मशीनें लगाई गई हैं । इस लॉड्री के चालू हो जाने से सोनपुर मंडल से खुलने वाली गाड़ियों के यात्रियों को श्रेष्ठ धुलाई गुणवत्ता वाली चादरें, कंबल, तौलिये तथा लकिए के खोल आदि प्रदान करने के लिए यह नया धुलाई केंद्र बनाया गया है।
इसकी लागत 3.5 करोड़ रुपये है और यह 8 घंटे की शिफ्ट में 3 टन चादरों को धो सकता है। यह धोएगा, सुखाएगा, फोल्ड करेगा और चादरों को पैक करेगा। यह सयंत्र मंडल के यात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाली बेडरोल प्रदान करेगा। बरौनी का धुलाई केंद्र एक मैकेंनाइज्ड प्रणाली है जिसमें बड़ी मात्रा में चादरों और कंबलों को धोने की क्षमता होगी, जो पानी, विद्युत, भाप और डिटर्जेंट के उपयोग से उच्च गुणवत्तापूर्ण धुलाई प्रदान करेगी।
इस प्रणाली में पहले चादरों को पहले टनल बैच वॉशर में पूरी तरह से धोया जाता है। धोए गए चादरों को टम्बल ड्रायर में सुखाया जाता है और एक फ्लैट वर्क आयरन मशीन पर इस्त्री किया जाता है ताकि यात्रियों को सबसे अच्छी गुणवत्ता की चादरें मिल सकें। धोए गए चादरों को धोने की प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद, चादर सेट को ट्रेनों को आपूर्ति के लिए बैगों में पैक किया जाता है।
इसके साथ ही, इस लॉन्ड्री में आयरन रिमूवल प्लांट, आरओ प्लांट, वाटर सॉफ़्नर प्लांट और एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट भी स्थापित किए गए हैं। इस दौरान मुख्यालय एवं सोनपुर मंडल के अधिकारीगण भी उपस्थित थे।
समस्तीपुर मंडल से हटायी गयीं सीनियर डीसीएम शुची सिंह, ईसीआर मुख्यालय किया गया वापस