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जिला प्रशासन दरभंगा द्वारा रक्तदान शिविर आयोजित, एसडीएम ने रक्तदान कर किया उद्घाटन

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दूरबीन न्यूज डेस्क। जिला प्रशासन दरभंगा द्वारा रक्तदान शिविर आयोजित, एसडीएम ने रक्तदान कर किया उद्घाटन। रक्तदान महादान, इसी कहावत को चरितार्थ करते हुए आज जिला प्रशासन द्वारा समाहरणालय परिसर स्थित बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर सभागार में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी दरभंगा के सहयोग से किया गया।

सदर अनुमंडल पदाधिकारी विकास कुमार ने न केवल दीप प्रज्वलन कर शिविर का उद्घाटन किया, बल्कि उन्होंने शिविर का पहला रक्तदान भी किया। उनके रक्तदान के बाद रक्तदाताओं की मानो लाइन लग गई।
उन्होंने सभी रक्तदाताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं हो सकता है।

क्योंकि इसमें हम एक रक्तदान से तीन लोगों की जिंदगियां बचा सकते हैं और साथ ही रक्तदाताओं को विभिन्न खतरनाक बीमारियों से बचाव हो जाता है। जैसे हृदय रोग,उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव होने की संभावनाएं भी बढ़ जाती है।

रक्तदान करने वालों में रेड क्रॉस के संरक्षक सदस्य नीरज कुमार खेड़िया, एडवोकेट आत्म प्रकाश सर्राफ, भूमि सुधार उप समाहर्ता संजीत कुमार, जिला कला एवं संस्कृति अधिकारी चंदन कुमार के साथ संजीत कुमार, रामकुमार यादव, डॉ. इकबाल हसन, मनोज कुमार, मो. इरशाद, सुमित कुमार वर्णवाल, परमात्मा पासवान, रवि कुमार चौधरी, महेश कुमार यादव, प्रिंस कुमार, श्याम कुमार झा, जितेंद्र कुमार सिंह, कुणाल कुमार सिंह, नयन रंजन, राजेश कुमार, संजीव कुमार, छोटू कुमार,अमित रंजन, दिलीप कुमार समेत कुल 25 रक्तवीरों ने रक्तदान किया।

रेड क्रॉस दरभंगा के वाइस चेयरमैन डॉ बी.बी शाही, राज्य कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. रामबाबू खेतान, स्वामी विवेकानंद कैंसर अस्पताल के अध्यक्ष डॉ.शमशे आलम आदि ने रक्तदाताओं का हौसला बढ़ाया।एकत्रित ब्लड स्थानीय स्वामी विवेकानंद कैंसर अस्पताल स्थित डॉ.हेडगेवार ब्लड सेंटर द्वारा इकट्ठा किया गया।

ब्लड बैंक की टीम में डॉ.कृष्ण कुमार झा और टेक्नीशियन काशी दास, अभिषेक पांडे एवं लक्ष्मण कुमार शामिल थे। समस्त कार्यक्रम का संचालन रेड क्रॉस दरभंगा के सचिव मनमोहन सरावगी ने किया। उन्होंने बताया कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति 90 दिनों के पश्चात पुनः रक्तदान कर सकते है।

इसी से शारीरिक और मानसिक किसी प्रकार की कमज़ोरी नहीं होती है। इस प्रकार हर स्वस्थ व्यक्ति वर्ष में कम से कम चार बार तो रक्तदान कर ही सकते है। उन्होंने कहा कि उच्च रक्तचाप, मधुमेह एवं थायराइड बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति भी चिकित्सीय सलाह के अनुसार रक्तदान कर सकते हैं।

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