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बड़ी कार्रवाई : अहर्ता छुपाकर प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले 1500 किसानों कप थमाया गया नोटिस, राशि लौटाने का आदेश

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समस्तीपुर। जिले में अहर्ता छुपाकर प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले किसानों से रुपये वसूली की कार्रवाई शुरू हो गई है। इस संबंध में कृषि विभाग ने नोटिस जारी किया है। जिले के करीब 15 सौ लोगों ने अर्हता छुपाकर योजना का लाभ लिया था। इन लोगों ने करीब 1.70 करोड़ रुपये अब तके जमा नही किये है। राशि लौटने को लेकर 30 नवंबर तक की तिथि तय थी। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 2401 अपात्र किसानों ने सम्मान राशि ली थी। इसमें से करीब 900 किसानों ने रुपये वापस कर दिए।

विभाग ने बाकी किसानों को नोटिस देकर राशि वसूली की कार्रवाई प्रारंभ की है। केंद्र सरकार द्वारा जारी पत्र के आलोक में अपनी अहर्ता छुपाकर उक्त योजना की राशि लेने वाले किसानों के विरुद्ध कार्रवाई प्रारंभ की गई है। 1800 किसानों में करीब एक हजार किसान ऐसे हैं, जो सरकार को आयकर रिटर्न भर रहे हैं, जबकि अन्य किसान विभिन्न कारणों से अयोग्य हैं। 30 नवंबर तक योजना की राशि वापस करने के लिए समय सीमा निर्धारित की गई है।

निर्धारित समय तक राशि वापस नहीं करने पर संबंधित किसानों के विरुद्ध नीलाम पत्र वाद दायर किया जा जो किसान योजना के खाते में राशि वासप करेंगे, सबूत के रूप में जिला कृषि कार्यालय में दस्तावेज जमा करना होगा, जिसे भारत सरकार द्वारा जारी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के पोर्टल पर भेजा जाएगा। जिले में करीब दो लाख 36 हजार 549 किसान योजना के अंतर्गत पात्र हैं।

केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना के लाभुकों की पात्रता तय की है। ऐसे किसान जो सरकारी नौकरी करते हैं या मंत्री, पूर्व मंत्री, मेयर या इससे उच्च पद पर कार्यरत हो, जिनकी पेंशन दस हजार रुपये से अधिक हो, सरकार को आयकर टैक्स जमा करते हो या फिर किसी पेशेवर पोस्ट डाक्टर, इंजीनियर, वकील या अकाउंटेंट वे रूप में कार्यरत हो को इस योजना की राशि नहीं मिलेगी।

जिला कृषि अधिकारी दिनकर प्रसाद सिंह ने बताया कि अहर्ता छुपाकर प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले किसानों से रुपये वसूली की जाएगी। इसको पीकर विभाग की ओर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सा-एचएच।