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अवैध नर्सिंग होम : समस्तीपुर सीएस के संपत्ति की आर्थिक अपराध इकाई से जांच की मांग, सीएम व आयोग को लिखा पत्र

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दूरबीन न्यूज डेस्क। समस्तीपुर सीएस के संपत्ति की आर्थिक अपराध इकाई से जांच की मांग, सीएम व आयोग को लिखा पत्र। समस्तीपुर जिले में फल फूल रहे अवैध नर्सिंग होम व जांच घर का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। आए दिन ऐसे अस्पतालों में मरीजों की मौत के बावजूद कार्रवाई नहीं होने को लेकर मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री से की गयी है।

दरभंगा जिला के बहेरी थाना के दुबौली निवासी पूर्व जिला सांसद प्रतिनिधि रविंद्र नाथ सिंह उर्फ चिंटू सिंह ने मानवाधिकार आयोग एवं मुख्यमंत्री से पत्राचार करते हुए समस्तीपुर सीएस एवं उनके प्रधान लिपिक के संपत्ति की जांच आर्थिक अपराध इकाई से कराने की मांग की है।

साथ ही जिले में संचालित अवैध नर्सिंग होम व जांच घर तथा इलाज के दौरान मरीजों की मौत मामले की भी जांच कराने की मांग की गयी है। पत्र में कहा गया कि स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत से जिले में अवैध नर्सिंग होम, जांच घर का संचालन किया जा रहा है। जिसके कारण गरीब मरीजों का शोषण किया जाता है।

उन्होंने कहा कि एक सप्ताह पूर्व कल्याणपुर के अजना निवासी सोनू कुमार की पत्नी चंदा कुमार की मौत नर्सिंग होम में इलाज के दौरान हो गयी थी। इसी तरह ताजपुर में भी निजी क्लीनिक में बंगरा थाना के रहीमाबाद की नेहा कुमारी की मृत्यु भी इलाज के दौरान हो गयी। समाचार पत्र में खबर भी प्रकाशित की गयी थी।

लेकिन सीएस के स्तर से इस मामले में अब तक जांच नहीं की गयी। चिंटू सिंह ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने के साथ ही सीएस व उनके प्रधान लिपिक के संपत्ति की जांच कराने की मांग की है। साथ ही पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए मुआवाजा दिलवाने की भी मांग की गयी है।
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एस डॉ एसके चौधरी ने जिले में जो भी अस्पताल हैं, उनकी समय-समय पर जांच की जा रही है। कार्रवाई भी की जा रही है। आर्थिक अपराध इकाई को दिए गए आवेदन के बारे में मेरे पास फिलहाल कोई सूचना नहीं है। पत्र आने पर जवाब दिया जाएगा।

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