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मनोरंजन गिरी ने की अपराध की दुनिया से पंचायत तक का सफर, ह’त्याकांड कई संदिग्ध पुलिस हिरासत में, जल्द होगा मामले का उद्भेदन
Doorbeen News Desk : दलसिंहसराय : उजियारपुर थाना क्षेत्र के करिहारा पंचायत के मुखिया मनोरंजन गिरी की गुरुवार रात करीब 8:15 बजे पानी टंकी के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना स्थल से पुलिस ने चार खोखा, एक हेलमेट और एक बाइक बरामद की है। पुलिस ने शक के आधार पर कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। हालांकि, घटना के 18 घंटे बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। पुलिस का कहना है कि आवेदन मिलने के बाद ही औपचारिक रूप से केस दर्ज होगा।
मनोरंजन गिरी का नाम पहली बार 2012 में तब चर्चा में आया, जब पूर्व जिला परिषद सदस्य वीरेंद्र झा उर्फ फन्नू झा की हत्या हुई थी। उसी समय से उसका जुड़ाव अपराध जगत से देखा जाने लगा। वर्ष 2016 में जेल से बाहर आने के बाद उसने पंचायत चुनाव लड़ा और मुखिया बनकर सत्ता में आ गया। इसके बाद उसका दबदबा सातनपुर और आसपास के इलाकों में काफी बढ़ गया।लोकप्रियता हासिल करने के साथ-साथ वह आपराधिक गतिविधियों में भी सक्रिय बना रहा।
नल-जल योजना जैसी सरकारी योजनाओं से उसे आर्थिक लाभ हुआ और उसकी संपत्ति में इजाफा हुआ। वर्ष 2021 में दाखिल शपथपत्र में उसकी संपत्ति 42 लाख रुपये बताई गई थी, लेकिन जानकारों के अनुसार उसकी वास्तविक संपत्ति इससे कई गुना अधिक थी। वही नही मृतक मुखिया पूर्व मे कई मामले के उद्भेदन मे कई जिले की पुलिस की मदद भी करते थे।
मनोरंजन गिरी पर वर्षों से कई आपराधिक मामले दर्ज रहे, जिनमें पटना और बेगूसराय जैसे जिलों के केस भी शामिल हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, वह फन्नू झा हत्या कांड का आरोपी रहा था, लेकिन प्रमाण के अभाव में बरी हो गया। उस पर सातनपुर में प्रतिद्वंदी के खिलाफ चाय की दुकान पर ग्रेनेड बम फेंकने का आरोप भी लगा था।विगत 21 अगस्त को करिहारा पंचायत के माधोडीह निवासी बिक्रम गिरी की हत्या हुई थी, जिसमें मनोरंजन गिरी नामजद आरोपी बनाया गया था। इसी तरह सातनपुर निवासी इम्तियाज ने भी उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। लगातार विरोधियों से टकराव और पुराने मामलों के चलते उसकी हत्या को प्रतिशोध से जोड़कर देखा जा रहा है। वही पुलिस हत्या को लेकर हर एंगल की जांच तेज कर दी है।
हत्या के बाद क्षेत्र में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों की भीड़ घटनास्थल पर उमड़ पड़ी, जिसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। उजियारपुर थाना पुलिस ने घटनास्थल से मिले साक्ष्यों को जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। डीएसपी विवेक कुमार शर्मा ने बताया की मृतक के तरफ से कोई आवेदन नही प्राप्त हुआ है पुलिस अब तक कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।