राम के बन जाने की कथा सुन भाव विभोर हुए श्रोता, भक्तिमय हुआ माहौल

व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां क्लीक करें

राम के बन जाने की कथा सुन भाव विभोर हुए श्रोता, भक्तिमय हुआ माहौल

दूरबीन न्यूज डेस्क। सरायरंजन के बरबट्टा सलेमपुर गांव के ब्रह्मस्थान में रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को कथावाचिका देवी ऋचा मिश्रा ने राम के बन जाने की कथा सुनाई।राम के बन जाने की कथा सुनकर श्रोताओं ने भाव विभोर हुए। देवी ऋचा मिश्रा ने राम बन जाने की कहानी सुनाते हुए कहा की जब दशरथ ने अपने बरे पुत्र राम के बन जाने के लिए कहा तो दशरथ के आंख से आंसू निकल पड़े।

राम के साथ साथ भाई लक्ष्मण, पत्नी सीता ने भी बन जाने के लिए तैयार हो गये। देवी ऋचा मिश्रा ने बताया की जब रामचंद्र जी जब बन जाने लगे तो अयोध्या के सभी नागरिकों ने भी राम के साथ चल परे।राम ने सभी नागरिकों को बहुत मना किया लेकिन किसी ने एक नहीं माने।राम ने बन जाते समय की लोगों को भी उद्धार किया।राम जब नदी किनारे पहुंचे तो बिना पैर पखारे नाव पर नाभिक चढ़ने नहीं दिया। जबतक नाभिक ने पांव नहीं पखारे तब तक नाव पर चढ़ने नहीं दिया।

रामकथा में पूर्व मुखिया अनिला झा, टुना झा ,साजन झा, धर्मेंद्र कुमार झा,प्रमेन्द्र झा, अमरेन्द्र राय, मुकेश झा, विकास झा, मुकुल कुमार झा, सतेंद्र झा, दीपक कपूर, संतोष झा, रामविलास झा, ललन साह, अंकेश कापर, टेकन राय, राजू राय, संजय राय, राजिंदर महतो, राजकुमार महतो, सीताराम सुमन, सौरव कुमार आदि सहयोग कर रहे है।