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दूरबीन न्यूज डेस्क। समस्तीपुर पुलिस की मनमानी, कोर्ट के आदेश के बाद भी सरकारी एंबुलेंस को नही किया मुक्त। सदर अस्पताल का एक सरकारी एंबुलेंस पुलिस की मनमानी से पिछले कई महीने से थाना में जब्त है। कोर्ट के आदेश के बाद भी पुलिस अधिकारी ने एम्बुलेंस को मुक्त करने में आनाकनी कर रहे हैं। जिससे एंबुलेंस सदर अस्पताल परिसर के बजाए थाना परिसर में ही खड़ा है।
मिली जानकारी के अनुसार मुफस्सिल थाना क्षेत्र में केवस लखी चौक के पास फरवरी में सड़क हादसे में एक बुजुर्ग की मौत हो गयी थी। जिसके बाद जख्मी ने सदर अस्पताल के 102 एंबुलेंस कर्मी पर हादसे को अंजाम देने का आरोप लगाया था। जिसके आलोक में मुफस्सिल पुलिस ने 13 फरवरी को एंबुलेंस जब्त कर थाना परिसर में लगा दिया।
इधर, सदर अस्पताल में मरीजों की समस्या को देखते हुए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। जिसके बाद कोर्ट ने मामले की सुनवाई कर मई में ही मुफस्सिल थाना के कांड अनुसंधानक को उचित पहचान एवं कागजातों के सत्यापन के बाद एंबुलेंस मुक्त करने का आदेश दिया। साथ ही एंबुलेंस मुक्त करने के संबंध में न्यायायल को भी सूचित करने का निर्देश दिया। लेकिन विडंबना यह है कि कोर्ट के आदेश को पुलिस अधिकारी ने ठंडे बस्ते में डाल दिया।
न तो एंबुलेंस को मुक्त किया और ना ही कोर्ट को ही इस संबंध में कोई सूचना दी। कोर्ट के आदेश के बाद कांड का अनुसंधान करने वाले पुलिस अधिकारी ने एंबुलेंस चालक को एमवीआई रिपोर्ट देने को कहा। जिसके बाद एमवीआई ने 25 जून को एम्बुलेंस की जांच कर प्रतिवेदन जारी किया। जिसके बाद संबंधित पुलिस अधिकारी को एमवीआई की जांच रिपोर्ट उपलब्ध करा दी गयी। इसके बावजूद एंबुलेंस को थाना ने मुक्त नहीं किया।
इधर, समस्तीपुर एएसपी संजय कुमार पांडेय ने कहा कि मामले के बारे में पता लगाया जा रहा है। कोर्ट का आदेश है तो अक्षरश पालन किया जाएगा। इस मामले में संबंधित पुलिस अधिकारी से जानकारी ली जा रही है।
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