दूरबीन न्यूज डेस्क। सांसद के निरीक्षण के बाद एक्शन मोड में जिला प्रशासन, डीएम ने दिया जांच का आदेश, बदले गए सदर अस्पताल के डीएस। समस्तीपुर सांसद शांभवी के द्वारा पिछले दिनों सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया था। जिसमें काफी कुव्यवस्थाएं मिली। जिसके बाद जिला प्रशासन भी एक्शन मोड में आ गए और तत्काल प्रभाव से सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ गिरीश कुमार को पद से मुक्त कर दिया गया।
साथ ही शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. नागमणि राज को तत्काल प्रभाव से सदर अस्पताल का उपाधीक्षक बनाया गया है। इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने पत्र भी जारी कर दिया है। जिसमें अगले आदेश तक डॉ. नागमणि राज को उपाधीक्षक के पद पर बने रहने का आदेश दिया है।
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सांसद के निरीक्षण में मिली थी कुव्यवस्था: सांसद शांभवी के द्वारा 08 जुलाई की देर शाम सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया था। निरीक्षण के दौरान काफी कुव्यवस्था मिली थी। यहां तक की बेसिक सुविधा का भी आभाव दिखा था। वहीं फोन करने पर उपाधीक्षक ने बाजार में होने की बात कही गयी थी, हालांकि बाद में वो पहुंच गए। इसको लेकर सांसद काफी नाराजगी व्यक्त की थी। निरीक्षण में बेड पर चादर भी उपलब नहीं था। वहीं मात्र दो डॉक्टर ऑन ड्यूटी पाए गए थे।
बीस सूत्री की बैठक में जांच का आदेश: कलेक्ट्रेट में 10 जुलाई को बीस सूत्री की बैठक बुलायी गयी थी। जिसमें सांसद ने निरीक्षण के दौरान सदर अस्पताल में मिली कुव्यवस्था से प्रभारी मंत्री एवं डीएम को अवगत कराया। इसके बाद एक्शन मोड में आए प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने डीएम को अविलंब जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था। जिसके बाद डॉ. गिरीश कुमार को पदमुक्त किया गया है।
जांच टीम की जा रही है गठित: बीस सूत्री की बैठक में सांसद के द्वारा सदर अस्पताल की व्यवस्था की पोल खोले जाने के बाद डीएम के द्वारा जांच टीम गठित की जा रही है। ताकि सदर अस्पताल की व्यवस्था पूरी तरह जांच की जा सके। इसको देखते हुए सीएस डॉ. एसके चौधरी ने पत्र जारी करते हुए डॉ. गिरीश कुमार को आदेश जारी किया गया है कि वे अविलंब उपाधीक्षक से संबंधित अपना संपूर्ण प्रभार डॉ. नागमणि राज को सौंप दें। वहीं नागमणि राज को आदेश दिया गया है कि वे प्रभार लेते हुए अविलंब सूचना दें।
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