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आनंदमयी शैक्षणिक व्यवस्था के लिए ‘दिघरा’ का प्रकाशन, इंज्वायफुल लर्निग जर्नल ‘दिघरा’ का हुआ लोकार्पण

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दूरबीन न्यूज डेस्क। आनंदमयी शैक्षणिक व्यवस्था के लिए ‘दिघरा’ का प्रकाशन, इंज्वायफुल लर्निग जर्नल ‘दिघरा’ का हुआ लोकार्पण। नवपदस्थापित उच्च माध्यमिक विद्यालयों में संसाधनों के अभाव होने बावजूद शिक्षकों द्वारा वहां शैक्षणिक माहौल पैदा करने की लगातार कोशिश की जा रही है।

इसी कड़ी में प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय दिघरा ने प्रकाशन के माध्यम से शिक्षा व्यवस्था को सुदृठ करने की पहल की है। यह पहल विद्यालय के हिंदी शिक्षक मुकेश कुमार मृदुल के द्वारा किया गया है। उन्होंने सीमित संसाधनों के बीच ‘दिघरा’ नाम से लर्निंग जर्नल बनाया है, जिसमें विद्यालय गतिविधियों को संग्रहीत किया गया है।

मंगलवार को उसके प्रवेशांक लोकार्पित करते हुए संपादक मुकेश कुमार मृदुल ने बताया कि बच्चों में उत्साह और प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के लिए विद्यालयी गतिविधियों को पत्रक के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। इससे बच्चे आनंदमय शिक्षा ग्रहण कर अपने भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में अग्रसर हो सकेंगे।

इसका प्रकाशन निरंतर होते रहेगा। उन्होंने कहा कि ‘दिघरा’ का यह अंक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के लिए उपलब्ध रहेगा। इसकी प्रति विद्यालय के दीवारों पर भी देखी जा सकती है। विद्यालय से शिक्षक द्वारा प्रकाशन को प्रारंभ करने के कार्य से उत्साहित प्रभारी प्रधानाध्यापक मंडल राय ने कहा कि शैक्षणिक गतिविधियों को प्रश्रय देना मेरा लक्ष्य है।

विद्यालय की इस पहल पर अविनाश राय, अभिनव कुमार, निर्मला कुमारी, सुनीता कुमारी, नीतू शर्मा, पल्लवी कुमारी, अनामिका, विष्णुदेव पासवान, अंशु कुमारी, पल्लवी भारती, रश्मि रंजन, उमेश पंडित, नवीन राय, मिथुन कुमार, कुसुम मौर्य, सत्यम् दीक्षित आदि ने प्रसन्नता व्यक्त की है।

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