समस्तीपुर। बिहार में लोक सभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की 12 सीटों की दावेदारी के बीच राजद ने उन्हें पिछले चुनाव में जीती हुई सीट किशनगंज के साथ पूर्णिया, पटना व तीन आरक्षित सीट सासाराम, गोपालगंज व समस्तीपुर लोकसभा सीट दी है।
बताया जाता है कि तीन सुरक्षित सीट में से सासाराम की सीट पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने चुनाव नहीं लड़ने की बात कही है। congress party
वहीं वहां से उनके पसंद के रविदास समाज के ही उम्मीदवार होने की बात सामने आई है। इधर राजद की ओर से भी जमुई में अर्चना रविदास को लोकसभा के लिए टिकट दिया जा चुका है। ऐसे में कांग्रेस सामाजिक समीकरण को बनाए रखते हुए 2 आरक्षित सीट से रविदास समाज के उम्मीदवार को टिकट नहीं देने के मूड में है।
वहीं गोपालगंज में भी रविदास व पासवान समाज की बहुलता है। ऐसे में समस्तीपुर आरक्षित सीट पर पान समाज की दावेदारी बढ़ गई है। आंकड़े कहते हैं कि कि बिहार राज्य के 150 विधानसभा सीटों पर 10 हजार से अधिक पान समाज के वोटर हैं।
वहीं सिर्फ समस्तीपुर की बात करें तो यहां 2.65 लाख पान वोटर हैं। जो चुनाव में निर्णायक की भूमिका निभाएंगे। ऐसी हालत में कांग्रेस की ओर से ई आईपी गुप्ता के दावेदारी की संभावना बढ़ गयी है।
जबकि उजियारपुर में भी पान वोटर की संख्या 2 लाख के करीब है। ऐसे में समस्तीपुर सीट से पान समाज के उम्मीदवार को टिकट मिलने से वर्तमान सांसद के लिए भी सीट निकालना चुनौतिपूर्ण होगा।
हालांकि उजियारपुर से एनडीए की ओर से जहां केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। वही समस्तीपुर लोकसभा से वर्तमान सांसद प्रिंस राज पर संसय की स्थिति बरकरार है।
राज्य में सिर्फ समस्तीपुर सीट मिलने से ही पान समाज का सहयोग उसके गठबंधन को राज्य की हर सीट पर मददगार साबित होगा। ई आईपी गुप्ता को टिकट मिलने से जमुई और उजियारपुर सहित में राजद की दर्जनों सीट पर पर राह आसान हो सकती है।
बता दे कि पिछले कई चुनाव से कांग्रेस ने डॉक्टर अशोक राम को प्रत्याशी बनाया। हालांकि किसी भी चुनाव में उन्हें विजय नहीं मिली। नतीजतन लोकसभा के हर चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।