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समस्तीपुर/रोसड़ा। सिंघिया थाना क्षेत्र के पिपरा में दस दिन पूर्व चाकू गोदकर हुए अमरजीत मुखिया की हत्या मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का पटाक्षेप कर लिया है। सिंघिया पुलिस ने धराये दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है। इस संबंध में सिंघिया थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पिपरा का रहनेवाला राधे मुखिया व सज्जन मुखिया है। उन्होंने बताया कि इन दोनों ने पुलिस के समक्ष घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए सारे राज बताए।
थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले के तफ्तीश के क्रम में वैज्ञानिक अनुसंधान के माध्यम से पुलिस को कुछ क्लू हाथ लगे। जिसके बाद पुलिस के शक की सुई मृतक के साथी सज्जन मुखिया पर घूमने लगी। पूछताछ के दौरान सज्जन के बयान में बार-बार भिन्नता पाए जाने लगी। इसके बाद वैज्ञानिक अनुसंधान के माध्यम से उसके खिलाफ ठोस साक्ष्य भी मिले। इसी दरम्यान घटना में राधे मुखिया की भी संलिप्तता सामने आई।
जब उक्त दोनों आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की गयी तो दोनों ने मिलकर साजिश रचने की बात कही। सज्जन ने बताया कि उसने अमरजीत से पैसे उधार ले रखे थे, जिसका बार-बार वह तगादा किया करता था। वहीं राधे जब बीते दिनों शराब मामले में जेल से बाहर से आया तो उसे पता चला कि अमरजीत का उसके घर की एक महिला के साथ अवैध संबंध है। चूंकि सज्जन मृतक अमरजीत का साथी थी तो राधे ने उसकी हत्या की साजिश रचने के लिए सज्जन का सहारा लिया।
इन दोनों ने मिलकर घटना की रात उसे अपने साथ खिलाया-पिलाया और फिर चाकू से गर्दन व छाती पर वार कर उसकी हत्या कर दी। बीते 01 फरवरी की सुबह सिंघिया पुलिस ने अमरजीत का शव बरामद किया था। घटना के बाद सज्जन ने खुद को घायल बताते हुए पुलिस के सामने नाटकीय कहानी सुनाई थी। उसने पुलिस को बताया था कि बाइक सवार हमलावर अपराधियों ने उन दोनों पर हमला बोल दिया।
जिसके बाद वह किसी तरह वहां से भाग निकला पर अपराधियों ने अमरजीत को पकड़ लिया। उसने बताया था कि वहां से छूटने के बाद उसने घटना की जानकारी परिजन को दी और उसे ईलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह घटना के एक-दो दिन बाद तक अस्पताल में भर्ती भी रहा था। हालांकि पुलिस अनुसंधान में सज्जन की नाटकीय कहानी का पर्दाफाश हो गया और मामले की सत्यता सामने आ गयी।