यहां क्लीक कर हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े
समस्तीपुर। समस्तीपुर रेल मंडल के समस्तीपुर – दरभंगा रेलखंड पर मुक्तापुर – किशनपुर स्टेशन के बीच से एक नई रेलवे लाइन का निर्माण किया जाएगा। दरभंगा रेलखंड से नई रेलवे बाईपास लाइन को निकाल कर मुजफ्फरपुर रेलखंड स्थित कर्पूरीग्राम स्टेशन में जोड़ा जाएगा। समस्तीपुर से बाईपास रेलवे लाइन के लिए रेलवे मुख्यालय ने फाइनल लोकेशन सर्वे कार्य के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी है। रेलवे मुख्यालय से स्वीकृति मिलने के साथ ही रेलवे का निर्माण विभाग के द्वारा प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि फाइनल सर्वे की स्वीकृति दी गयी है।
नए साल में सर्व का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। इसे समस्तीपुर बाईपास रेल लाइन का नाम दिया गया है। रेलवे बोर्ड में 15 नवंबर को फाइनल सर्वे लोकेशन कार्य करने की स्वीकृति प्रदान की है। इससे व्यावसायिक दृष्टिकोण से लेकर यात्री ट्रेनो के परिचालन में काफी सुविधा होनी। साथ ही रेलवे मंडल को काफी राजस्व की प्राप्ति भी होगी। वही इस नए रेलखंड के निर्माण के बाद संबंधित क्षेत्र के लोगो को नए रोजगार के अवसर मिलेंगे। साथ ही कई नए क्षेत्रों में विकास के नए दरवाजे भी खुलेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार समस्तीपुर मुक्तापुर किशनपुर रेल स्टेशन के बीच से कर्पूरीग्राम रेलवे स्टेशन तक बाईपास लाइन का निर्माण होना है। इसके लिए तीन बाईपास लाइन का सर्वे किया जाएगा। जिसमें किसी एक रेलवे लाइन का फाइनल सर्वे होगा। जिसकी लंबाई 16 से 20 किलोमीटर तक की होगी।इसमें से 16 किलो मीटर वाले रेलवे लाइन पर निर्णय लेने की संभावना है। यूं कहें तो रेलवे बाईपास लाइन के लिए तीन रास्ता खोजा जाना है, जिसमे सुविधाजनक मार्ग को फाइनल किया जाएगा।
रेलवे की नई बाईपास लाइन के लिए कई बातों पर भी ध्यान दिया जा रहा है। इसमें सघन आबादी से हटकर रेलवे लाइन निकाली जाएगी। साथ ही वैसे रास्ता जिसमें जमीन आसानी से उपलब्ध हो सके और ग्रामीण इलाका के आसपास से होते हुए निकाली जा सके। जिससे गांव के विकास के अलावा रोजगार के अवसर भी मिल सकेंगे। इन बातों के अलावा विभिन्न पुल-पुलिया निर्माण के लिए भी स्थल चिन्हित किया जाएगा। इस नए रेलवे बाईपास लाइन में बूढ़ी गंडक नदी पर रेलवे पुल भी बनाई जाएगी।
बताया जाता है कि 16 किलोमीटर रेलवे लाइन के बीच में दो नए स्टेशन व हाल्ट का भी निर्माण किया जा सकता है हालांकि हाल्ट और स्टेशन निर्माण के लिए फिलहाल कोई स्थल का निर्धारण नहीं किया गया है । जो फाइनल सर्वे में चिन्हित किया जाएगा। दरभंगा से समस्तीपुर आने वाली ट्रेनो में वैसे ट्रेन जिसको समस्तीपुर स्टेशन आने की जरूरत नहीं है, तो वैसे ट्रेनों को बाईपास के रास्ते मुजफ्फरपुर की ओर रवाना किया जाएगा। इसमे खासकर गुड्स ट्रेन शामिल होता है। इससे जहां समय की बचत होगी, वहीं इंजन बदलने की भी समस्या नहीं होगी। फिलहाल समस्तीपुर आने के बाद मुजफ्फरपुर की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों का इंजन बदल जाता है। जिसके कारण समस्तीपुर स्टेशन पर लगभग आधे घंटे से अधिक का समय बर्बाद होता है।
रेलवे अधिकारियों की माने तो बाईपास लाइन का मुख्य उद्देश्य गुड्स ट्रेनों को समय से निकाला जा सके। मुख्य स्टेशन पर सवारी ट्रेन के रहने से गुड्स ट्रेनो को निकालने के लिए परेशानी होती है। जिसके कारण वयस्त स्टेशन के आसपास बाईपास लाइन निर्माण किया जाता है। ताकि गुड्स ट्रेन को बाईपास के रास्ते गंतव्य स्थान की ओर रवाना किया जा सके। बाद में बाईपास लाइन में सवारी गाड़ियों का भी धीरे-धीरे परिचालन शुरू किया जाता है, ताकि उसे क्षेत्र से जुड़े लोगों को भी रेलवे की सुविधा मिल सके।