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समस्तीपुर। समाहरणालय परिसर में बुधवार को मुख्यमंत्री मत्स्य विपणन योजना एवं पीएमएमएसवाई योजना के तहत मत्स्य विपणन किट एवं साईकिल, आइस बॉक्स व हांडी का पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के प्रधान सचिव डॉ. एन विजयालक्ष्मी एवं जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह ने संयुक्त रूप से मछुआरे समाज के बीच वितरण किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधान सचिव डॉ. एन विजयलक्ष्मी ने कहा कि मछली के उत्पादन पर बिहार आत्मनिर्भर हो गया है।
इसके सलाना उत्पादकता 8.46 लाख मैट्रिक टन है, जबकि उत्पादन 8.46 लाख कहीं ज्यादा हो रही है। उन्होंने कहा कि मछुआरों को मछली की मार्केटिंग करने में परेशानी आ रही थी। जिसको देखते हुए हम लोगों ने उसे भी दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपणन के अंतर्गत पूरे राज्य में मछली की मार्केट बन रही है जिससे मछुआरों को मछली बेचने में परेशानी नहीं होगी। साफ सुथरी और हाइजीनिक तरीके से मछली मार्केट में भेज सकते हैं।
उन्होंने कहा कि विपणन के तहत मछुआरों को कई प्रकार की कीट दी जा रही है। खासकर आईस बॉक्स भी उन्हें दिया जा रहा है। जिस वजह से वे लोग काफी दूर तक साइकिल से आइस बॉक्स में मछली को रखकर बेच सकते हैं। उन्होंने कहा कि समस्तीपुर जिला में भी मछली के मार्केट बनाने की तैयारी की जा रही है। बहुत जल्द यहां भी मछली का बाजार बना दिया जाएगा।
कार्यक्रम में विभूतिपुर प्रखंड के मत्स्य संघ के सचिव लालो सहनी के नेतृत्व में 20 मछुआरों के बीच साइकिल व कीट का वितरण किया गया। जिसमें आईस बॉक्स, हांडी, तराजू, बाल्टी, मग, छाता, बर्दी, साईकिल सहित अन्य सामानों का प्रधान सचिव एवं जिलाधिकारी के द्वारा वितरण किया गया। मत्स्य संघ के सचिव लालो साहनी ने बताया कि विभूतिपुर प्रखंड में 80 लोगों को किट योजना का लाभ मिलना है। वहीं 26 लोगों को साईकिल योजना का लाभ दिया जाएगा। लेकिन अभी कीट योजना में 10 लोग व साईकिल योजना 10 लोगों को लाभ दिया गया है।