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हाजीपुर। भारत सरकार की वर्ष 2022-23 के बजट में एक स्टेशन एक उत्पाद योजना की घोषणा की गई थी। इस योजना में भारतीय रेलवे के सभी स्टेशनों पर वोकल फॉर लोकल के तहत स्थानीय उत्पाद को बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्थानीय व्यक्तियों, स्वयंसेवी संस्था, स्वयंसेवी समूह, एनजीओ आदि को स्टेशन पर स्टॉल एवं शो-केस उपलब्ध करना है। पूर्व मध्य रेल भी इस योजना के तहत अपने सभी चयनित स्टेशनों पर स्टॉल की सुविधा उपलब्ध करवा रही है।
केंद्रीय बजट 2022-23 में वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना की घोषणा की गई थी। इस योजना का उद्देश्य देश भर के रेलवे स्टेशनों पर बिक्री आउटलेट के माध्यम से स्थानीय कारीगरों, कुम्हारों, बुनकरों/हथकरघा बुनकरों, शिल्पकारों आदि को आजीविका के अवसर प्रदान करना है। भारतीय रेल में पायलट प्रोजेक्ट के तहत् 25.03.2022 को 19 स्टेशनों पर 15 दिनों के लिए यह योजना लॉन्च किया गया था। वर्तमान में 09.11.2023 तक भारतीय रेल में कुल 1037 स्टेशनों पर 1134 वन स्टेशन वन प्रोडक्ट ऑउटलेट कार्यरत हैं। दिनांक 09.11.2023 तक कुल 39,847 प्रत्यक्ष लाभार्थियों ने इस योजना के तहत दिए जा रहे अवसरों का लाभ उठाया है।
प्रति आवंटन 5 की दर से अप्रत्यक्ष लाभार्थियों को मानते हुए, कुल लाभार्थी 1,43,232 होते हैं। कुल 49.58 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की गई है। ओएसओपी नीति का मूल उद्देश्य समाज के निचले स्तर के लोगों को लाभ पहुंचाना तथा सभी आवेदकों को समान अवसर प्रदान करना है। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए रेलवे अधिकारियों द्वारा समाचार पत्रों में विज्ञापन, सोशल मीडिया, सार्वजनिक घोषणाएं, प्रेस सूचनाएं, कारीगरों से व्यक्तिगत मुलाकात आदि सहित विभिन्न सार्वजनिक आउटरीच उपाय अपनाए गए हैं।
उत्पादों की श्रेणी उस स्थान के लिए स्वदेशी/स्थानीय होगी और इसमें स्थानीय कारीगरों, बुनकरों, शिल्पकारों, जनजातियों द्वारा बनाई गई कलाकृतियाँ, हस्तशिल्प, कपड़ा और हथकरघा, खिलौने, चमड़े के उत्पाद, पारंपरिक उपकरण / उपकरण, वस्त्र, रत्न और आभूषण आदि शामिल हो सकते हैं। स्वदेशी रूप से निर्मित/उगाए गए प्रोसेस्ड/सेमी प्रोसेस्ड एवं अन्य खाद्य उत्पाद भी शामिल हैं। पूर्व मध्य रेल में भी इस योजना के तहत् लोग लाभान्वित हो रहे हैं ।
वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना के तहत धनबाद मंडल में 26, दानापुर मंडल में 46, पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में 17, सोनपुर मंडल में 34 तथा समस्तीपुर मंडल में 38 सहित पूर्व मध्य रेल के कुल 161 स्टेशनों पर स्टॉल की सुविधा प्रदान की जानी है । इसमें से अब तक 52 स्टेशनों पर यह सुविधा उपलब्ध करा दी गयी है जबकि शेष 109 स्टेशनों पर शीघ्र ही कार्यान्वित हो जाएगा । आवंटन उन सभी आवेदकों को निविदा प्रक्रिया द्वारा किया जाता है, जो स्टेशनों पर लॉटरी के माध्यम से रोटेशन के आधार पर योजना के उद्देश्यों को पूरा करते हैं।
इस योजना की प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार है:
1. इस योजना में रेलवे अपने खर्च पर स्टॉल बनवाकर देगी ।
2. निबन्धन शुल्क मात्र 1000 रूपए 15 दिनो के लिए होगा।
3. स्टॉल की अवधि को 15-15 दिनों के लिए आगे बढ़ाया जायेगा।
4. इन स्टॉल पर स्थानीय उत्पाद, हस्तशिल्प, हैंडलूम, खादी के वस्त्र, स्थानीय कृषि उत्पाद, स्थानीय कारीगरी, संसाधित एवं अर्ध संसाधित खाद्य पदार्थ, परम्परागत परिधान, लकड़ी या मिट्टी से बनी वस्तुएं, खिलौने, मोटे आनाज पर आधारित उत्पाद आदि को बेचा जा सकता है ।
उक्त जानकारी ईसीआर के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने प्रेसविज्ञप्ति जारी कर देते हुए बताया है कि इच्छुक व्यक्ति, स्वयंसेवी संस्था, स्वयंसेवी समूह, सहकारिता संगठन, गैर सरकारी संगठन (एनजीओ), जीविका दीदी, खादी उद्योग आदि स्टॉल खोलने हेतु सम्बन्धित स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक/स्टेशन मास्टर, वाणिज्य निरीक्षक एवं मंडल स्तर पर सहायक वाणिज्य प्रबंधक से सम्पर्क कर सकते हैं । पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल-7388898074, दानापुर मंडल-9771449152, धनबाद मंडल-9771426670, सोनपुर मंडल-7033590994, समस्तीपुर मंडल-9771462771