Search
Close this search box.
Search
Close this search box.

राष्ट्रपति ने कहा कि सामाजिक समानता और एकता से ही देश को आधुनिक विकास के रास्ते पर ले जाना संभव, दीक्षांत समारोह में 898 पासआउट छात्र-छात्राओं को बांटी गयी डिग्रियां

यहां क्लीक कर हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े

मोतिहारी। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में शामिल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि जात-पात छोड़कर ही देश की उन्नति हो सकती है। गुरुवार को बापू की कर्मभूमि चंपारण में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सामाजिक समानता और एकता से ही देश को आधुनिक विकास के रास्ते पर ले जाना संभव हो सकेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि केंद्रीय विवि के टॉपरों में 60 प्रतिशत छात्राएं हैं। यह उत्कृष्ट प्रदर्शन भविष्य के विकसित भारत के स्वरूप को प्रकट करता है। यह महात्मा गांधी की सोच के अनुरूप है। वे कहते थे कि छात्राओं को भी शिक्षा का समान अवसर मिलना चाहिए। गांधी प्रेक्षागृह में संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि गांधी जी के विचारों को आज ध्यान में रखने की जरूरत है।

उन्होंने छात्र-छात्राओं से बापू की सादगी व सच्चाई के मार्ग पर चलने की अपील करते हुए कहा कि वास्तव में यह जीवन में सुख व शांति का मार्ग है। समारोह में राष्ट्रपति ने 10 छात्र-छात्राओं को चांसलर गोल्ड मेडल प्रदान किया। मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के अलावा राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व अन्य अतिथियों को स्मृति चिह्न के साथ मधुबनी पेंटिंग भेंट की गयी। महात्मा गांधी केंद्रीय विवि के पहले दीक्षांत समारोह में गुरुवार को शहर के गांधी प्रेक्षागृह में 898 पासआउट छात्र-छात्राओं को डिग्रियां दी गईं। 10 टॉपरों को चांसलर गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। समारोह में राष्ट्रपति की उपस्थिति से विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ा तो विवि का मान।

अकादमिक शोभायात्रा दीक्षांत समारोह के आकर्षण का केंद्र रही। निर्धारित समय 10.45 बजे शोभायात्रा शुरू हुई। एसएसबी के बैंड की धुन के साथ शोभायात्रा प्रेक्षागृह में प्रवेश की। प्रवेश करते ही सभी अपनी सीट से उठ खड़े हुए। सबसे पहले कुलसचिव चल रहे थे। उनके पीछे संकाय के अध्यक्ष, अधिकारी, कार्यकारी परिषद के सदस्य, विद्वत परिषद के सदस्य, उनके पीछे कुलपति, कुलाधिपति, मुख्यमंत्री, राज्यपाल व सबसे पीछे राष्ट्रपति ने प्रेक्षागृह में प्रवेश किया। इसके बाद राष्ट्रगान बजाया गया। फिर दीप प्रज्वलन व मां सरस्वती व महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीक्षांत समारोह का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के समापन के दौरान शोभायात्रा फिर निकाली गयी, लेकिन इस बार क्रम में आगे राष्ट्रपति थीं। उनके बाद विशिष्ट अतिथि चल रहे थे।

दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्वारा दो लोगों को मानद उपाधि प्रदान की गयी। मानद उपाधि उद्योगपति व लेखक आरके सिन्हा व डॉ. चंद्रप्रकाश द्विवेदी फिल्म अभिनेता, निर्देशक व पटकथा लेखक को प्रदान की गयी। 10 छात्र-छात्राओं को राष्ट्रपति ने प्रदान किया चांसलर मेडल समारोह में 10 छात्र-छात्राओं को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने चांसलर मेडल प्रदान किया। इनमें वनस्पति शास्त्रत्त् से अंजली कुमारी व खिराब्दी तान्या, लाइब्रेरी साइंस से अंजली सिंह, श्रुति सुमन, श्वेता, अंकित आनंद, भौतिकी से सूरज कुमार, बॉयोटेक से अरविंद कुमार, एमबीए से अप्पू कुमार व मनीषा शामिल हैं। सा. एचएच।