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बिहार में बालू माफिया इतने बेखौफ हो गए है कि पुलिस दरोगा भी उनके लिए कोई मायने नहीं रखते। मुई में चेकिंग कर रहे पुलिस दस्ते को बालू माफिया के ट्रैक्टर ने कुचल दिया जिसमें दरोगा की मौत हो गई और कई सिपाही गंभीर रूप से जख्मी हो गए। इनमें से एक की हालत गंभीर है। इससे पहले भी बालू माफिया कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम के साथ-साथ खनन विभाग के अधिकारियों की भी पिटाई कर चुके हैं। आपसी वर्चस्व में अंधाधुंध फायरिंग और मशीनों को जलाने की बातें अब बालू माफिया के लिए छोटी पड़ गई है।
मृत दरोगा की पहचान प्रभात रंजन के रूप में की गई है। पुलिस ने उनके शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई के लिए अस्पताल भेज दिया है। प्रभात रंजन 2018 बैच के सब इंस्पेक्टर थे। वह वैशाली जिले के निवासी थे और जमुई में उनकी पोस्टिंग हुई थी। अवैध बालू कारोबार के खिलाफ कार्रवाई के दौरान उन्हें कुचल दिया गया। जानकारी के मुताबिक जमुई गढ़ी थाना क्षेत्र के चनवर पुल के पास अवैध बालू के ट्रैक्टर गुजरने की सूचना पुलिस को दी गई थी।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को सुबह सात बजे दरोगा प्रभात रंजन के नेतृत्व में पुल के पास चैकिंग की टीम लगाई गई। बालू लदी एक ट्रैक्टर को आता देख जांच टीम ने रोकने की कोशिश की। ड्राइवर गाड़ी तो नहीं रोकी उल्टे दरोगा और सिपाही को कुचल दिया। घटना के दौरान प्रभात रंजन की मौत हो गई। पुलिस वाले घायलों को संभालने में लग गए तब तक ट्रैक्टर लेकर चालक फरार हो गया। पुलिस घटना को लेकर कार्रवाई कर रही है।
यह घटना जमुई और नवादा के सीमावर्ती इलाके में हुई है जहां बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चलता है। पुलिस भी उन्हें नहीं रोक पाती। इस घटना के बाद इलाके में पुलिस की गतिविधि बढ़ गई है। बालू का कारोबार करने वाले इलाका छोड़कर फरार हो गए हैं। पुलिस ट्रैक्टर चालक और उसके मालिक की तलाश कर रही है। सा. एचएच