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समस्तीपुर। मिशन परिवार विकास अभियान के दौरान समस्तीपुर जिला पिछड़ गया। अभियान में जहां उत्तर बिहार के एक भी जिला टॉप टेन में शामिल नहीं हो सका। वहीं समस्तीपुर जिला का प्रदर्शन भी बेहतर नहीं हो सका। नतीजतन अभियान के दौरान जिले भर में मात्र तीन पुरुषों का नसबंदी हो सका। जिसके कारण पुरुषों की नसबंदी में समस्तीपुर जिला 26वें स्थान पर ही पहुंच सका। वहीं 614 महिलाओं के बंध्याकरण के बावजूद समस्तीपुर जिला राज्य में 30वें पायदान पर ही लटक गया। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि अभियान के दौरान विपरित मौसम के कारण अभियान प्रभावित हुआ।
विदित हो कि जिले में चार से 26 सितंबर तक मिशन परिवार विकास अभियान चलाया गया था। डीसीएम अनिता कुमारी ने बताया कि मौसम के कारण अभियान प्रभावित हुआ। विपरित मौसम के कारण लोग हेल्थ मेला में नहीं पहुंच सके। हालांकि जिले में बंध्याकरण प्रतिदिन कराया जा रहा है। सदर अस्पताल सहित विभिन्न पीएचसी व सीएचसी में भी यह ऑपरेशन किया जा रहा है।अभियान के दौरान जिले में 614 महिला बंध्याकरण किया गया। इसमें जिले में विभूतिपुर प्रखंड में सर्वाधिक 54 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया।
इसी प्रकार मोहिउद्दीननगर में 44, विद्यापतिनगर में 41, सदर अस्पताल में 40, रोसडा व पटोरी में 39-39, उजियारपुर में 38, दलसिंहसराय में 37, हसनपुर में 34, सिंघिया में 33 बंध्याकरण किया गया। वहीं सबसे कम मात्र 5 बंध्याकरण बिथान में किया गया। अभियान के दौरान जिले में मात्र तीन अस्प्ताल में ही पुरुष नसबंदी हो सका। इसमें अनुमंडलीय अस्पताल दलसिंहसराय व पटोरी तथा सीएचसी खानपुर में एक-एक पुरुषों का नसंबदी किया गया।
नसबंदी में पुरुषों की संख्या हर अभियान में दो से तीन पर ही सिमट जा रही है। अभियान के दौरान महिलाओं की काउंसलिंग करने के बाद 1553 महिलाओं को कॉपर टी लगाया गया। जिसके कारण समस्तीपुर दसवें स्थान पर है। राज्य में सर्वाधिक वैशाली में 2255 महिलाओं को कॉपर टी लगाया गया। वहीं 2347 सारण व 1832 बेगूसराय में कॉपर टी लगाया कर दूसरे व तीसरे स्थान पर रहा।