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स्वास्थ्य विभाग के एक आंकड़ा के अनुसार समस्तीपुर में एक माह में कम से कम 15 बच्चों की मौत, नहीं होता उचित उपचार!
Doorbeen News Desk: समस्तीपुर के स्थानीय विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि स्वास्थ्य विभाग के एक आंकड़ा के अनुसार समस्तीपुर जिला में एक माह में कम से कम 15 बच्चों की मौत उचित उपचार व देख रेख के अभाव में हो जाती है। चुकी अधिकतर मौत रेफर किए जाने के बाद हायर सेंटर पहुंचने के बीच हो जाती है।
इस गंभीर समस्या से निजात दिलाने के लिए मेरे अथक प्रयास से समस्तीपुर सदर अस्पताल में लगभग 28.9 करोड़ की लागत से 100 बेड क्षमता वाला चाइल्ड एंड मैटरनिटी सेंटर का निर्माण कराया गया है। जहां कुपोषित मां और बच्चों को अब डीएमसीएच और पीएमसीएच जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस भवन में स्पेशल चाइल्ड केयर यूनिट, पिकु वार्ड, आईसीयू, पैथोलॉजी जांच की व्यवस्था है। इस सेंटर से आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को राहत मिलेगी और निजी क्लीनिक के आर्थिक दोहन से बच सकेंगे।
साथ ही 15.5 करोड़ की लागत से 100 बेड वाली मॉडल अस्पताल भवन, लगभग 55 करोड़ की लागत से समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सभी पंचायतों में स्वास्थ्य केंद्र भवनों का निर्माण कराया गया है। पशु अस्पताल के जर्जर भवन व पशुपालकों की समस्याओं को देखते हुए बिहार विधानसभा में इस मुद्दे को कई बार उठाया जिसके फलस्वरूप 2.25 करोड़ की लागत से मवेशी अस्पताल भवन का निर्माण कराया जा सका है।
समस्तीपुर जिला में शिक्षा को लेकर सरकारी स्तर पर सदैव सौतेला व्यवहार किया जाता रहा है । विद्यालयों को उत्क्रमित तो कर दिया गया था लेकिन भवनों का घोर आभाव था। इस स्तर पर भी विभागीय मंत्री को कई बार पत्राचार किया तथा सदन में सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया। समस्तीपुर विधानसभा क्षेत्र में उत्क्रमित माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के नए भवनों के निर्माण हेतु दर्जनों बार सदन में अपनी आवाज को बुलंद की।
फलस्वरूप 120 करोड़ रूपये की लागत से नए भवनों का निर्माण किया गया है। उच्च शैक्षणिक संस्थान जैसे संत कबीर कॉलेज, बीआरबी कॉलेज, ITI कॉलेज मोरदीवा में नए भवनों का निर्माण कराने हेतु मेरे संघर्ष का प्रतिफल है कि 95 करोड़ की लागत से भवनों का निर्माण संभव हो सका है। समस्तीपुर में छात्रावास की कमी से छात्र-छात्राओ को परेशानियों से जूझना पड़ता था।
इस ओर भी मेरे द्वारा अपेक्षित पहल किया गया है। जिसके उपरांत अनुo जाति/जनजाति, महिला तथा अल्पसंख्यक छात्रावास का निर्माण 15 करोड़ की लागत से कराया है। समस्तीपुर में लाइब्रेरी का भवन बेहद जीर्ण अवस्था में थी। पुस्तकों का भी आभाव था। मैने बेहद प्रयास किया। फ़लतः 02 करोड़ की लागत से शहर में सेंट्रल लाइब्रेरी एवं पार्क का निर्माण कराया जा रहा है।