दूरबीन न्यूज डेस्क। समस्तीपुर की बेटियां कला में उड़ान भरने के लिए हो रही है तैयार, मन में हो तमन्ना तो पा सकते हैं मंजिल। समस्तीपुर। आरसेटी में 30 दिवसीय मिथिला पेंटिंग प्रशिक्षण के 25 वां दिन प्रशिक्षुओं ने चीनी मिल चौक स्थित नाबार्ड संपोषित मिथिला ग्राम नाबार्ड रुरल मार्ट का अवलोकन किया। अनमोल उपहार सेवा फाउंडेशन के मिथिला पेंटिंग कलाकार प्रेरणा कुमारी एवं गायत्री कुमारी ने मार्ट संचालन, मिथिला कला, उत्पादों की विपणन, कच्चा माल की आपूर्ति, नए-नए एवं विभिन्न तरह के उत्पादों पर मिथिला कला के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने अन्य राज्यों में लगाए गए प्रदर्शनी के बारे में जानकारी देते हुए अपना अनुभव भी साझा की। आरसेटी के निदेशक ने कहा कि सभी प्रशिक्षणार्थी को अपने उत्पाद की विपणन हेतु एक प्लेटफाॅर्म मिल गया है। सभी इस कला को सीख कर उड़ान भरने के लिए तैयार हो रही है। सभी को अपना स्वरोजगार स्थापित कर आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। औसेफा के निदेशक देव कुमार ने कहा कि मिथिला कला के क्षेत्र में स्वर्णिम अवसर है। सभी प्रशिक्षु कलाकार अपने उत्पादों की विपणन इस रुरल मार्ट के माध्यम से कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अपने कला के इस हुनर को निरंतर अभ्यास से निखार सकते हैं। उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थीयों के उज्जवल भविष्य की कामना की। मौके पर वरीय संकाय श्रवण कुमार झा, औसेफा के सचिव ललित कुमार, सेल्सपर्सन राम कुमार, खुशबू कुमारी, पूजा कुमारी, पिंकी देवी, प्रीति कुमारी, साक्षी कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, तनु श्री, अनामिका कुमारी आदि थे। दूसरी ओर आरसेटी में अगरबत्ती प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन भी की गयी।