Search
Close this search box.
Search
Close this search box.

पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी ह’त्याकांड का खुलासा, जगाने के बाद आरोपी ने दिया था घटना को अंजाम

यहां क्लीक कर व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े

दूरबीन न्यूज डेस्क। पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी ह’त्याकांड का खुलासा, जगाने के बाद आरोपी ने दिया था घटना को अंजाम। दरभंगा जिला के  घनश्यामपुर थाना अंतर्गत जिरात गावँ में पूर्व मंत्री मुकेश सहनी हत्याकांड का पुलिस ने 24 घन्टे में खुलासा करने का दावा किया है। इस मामले में एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है।

दरभंगा पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए घनश्यामपुर थाना के सुपौल बाजार के अफजला टोला के आरोपी काजीम अंसारी की गिरफ्तारी की है।  जिसने घटना के सम्बंध में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए विस्तारपूर्वक घटना के सम्बंध में बताया है।

दरभंगा पुलिस के द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार अभियुक्त द्वारा मृतक से ब्याज पर लोन लिया गया था। जिसके न चुका पाने के कारण गिरवी रखी जमीन न छुड़ा पाना घटना का मुख्य कारण था। काजिम अंसारी ने मृतक से 3 किश्त में डेढ लाख का लोन 4% मासिक ब्याज दर पर अपनी जमीन गिरवी रख कर लिया था। जिसे चुकाने में समर्थ नही हो पा रहे थे।

घटना की रात्रि में लगभग डेढ बजे काजिम और उसके साथियों ने घर के पीछे के दरवाजे से प्रवेश किया। दरवाजा में अंदर का लॉक नही है। प्रवेश करने के बाद अभियुक्तों ने मृतक को जगाकर डरा धमका कर अपनी जमीन और लोन के कागजात मांगे। परन्तु मृतक ने उल्टा गाली देना शुरू कर दिया। इस पर काजिम ने गुस्से में आकर मृतक पर ताबड़तोड चाकू से वार करना शुरू कर दिया। बाकी लोगों ने मृतक के हाथ पैर पकड़ कर रखे।

हत्या करने के बाद अभियुक्तों ने कागजात वाली अलमारी की चाबी ढूंढने की कोशिश की ताकि अपने कागजात वापस ले जा सकें। परन्तु चाबी नही मिली। इस पर अभियुक्तों ने निर्णय लिया कि अलमारी को बन्द अवस्था मे पानी में फेंक दें, ताकि सभी कागज गलकर नष्ट हो जाएं। सभी लोग ने मिलकर लकड़ी की अलमारी को घर के पीछे स्थित छोटे से तालाब में फेंक दिया और वहाँ से फरार हो गए। काजिम अंसारी ने अपने जिन साथियों के नाम बताए हैं उनके विषय में जांच की जा रही है।

बात दे कि 16 जुलाई मंगलवार की सुबह पूर्व मंत्री मुकेश साहनी के पिता जीतन सहनी की लाश उनके ही घर में क्षत विक्षत हालत में पाई गई। बदमाशों ने बेरहमी से उनकी हत्या कर दी थी। जिसके कारण उनकी मौत घटना स्थल पर ही हो गए थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमा में हड़कंप मच गया।देखते ही देखते पुलिस के वरीय अधिकारियों की टीम भी पूर्व मंत्री घर पहुंच गई। इसके बाद एसटीएफ, एफएसएल एवं दरभंगा पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान करते हुए घटना का 24 घंटे के अंदर ही उद्वेदन कर दिया।

जानकी एक्सप्रेस में यात्री से पैसा वसूली मामले में बीएमपी हवलदार निलंबित, वीडियो आया था सामने