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दूरबीन न्यूज डेस्क। बिहार में फिर उद्घाटन से पहले धराशायी हो गया करोड़ों की लागत से बना पुल। बिहार के अररिया जिले में निर्माणाधीन पुल उद्घाटन से पहले ही ढह गया। जिसकी लागत 12 करोड़ बताई जा रही है।
मंगलवार की दोपहर नेपाल से पानी आने के बाद सिकटी प्रखंड क्षेत्र होकर बहने वाली बकरा नदी के पड़रिया घाट पर बने पुल के दो पिलर ध्वस्त हो गये।
वहीं एक धंस गया। हालांकि इस पुल का निर्माण तो हो गया था लेकिन एप्रोच पथ नहीं बनने के कारण पुल पर आवागमन शुरू नहीं हुआ था। इस पुल पर तीसरे चरण में यहां आठ पाया का निर्माण हुआ था।
पहले व दूसरे चरण में पुल निगम की ओर से आठ पाया का निर्माण हुआ था। तीसरे चरण में आरईओ की ओर से आठ करोड़ की लागत से आठ पाया का निर्माण हुआ था।
अररिया में पुल ढहने की इस घटना पर नीतीश सरकार ने नाराजगी जताई है और इस मामले में तत्कालीन कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता व कनीय अभियंता को निलंबित कर दिया है। और अब जांच के लिए पटना से टीम रवाना होगी।
और अब जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई होगी। और निर्माण एजेंसी पर भी गाज गिर सकती है। इससे पहले डीएम इनायत खान ने भी पूरे मामले की जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही थी।
ग्रामीणों ने बताया कि बकरा नदी को चिरान कर पुरानी धारा में लाकर बोल्डर पिचिंग का काम बाकी था। अबतक बकरा नदी के पड़रिया घाट पर बकरा नदी को पुरानी धारा में ले जाने के लिये चिरान कार्य शुरू नहीं किया गया था।
अररिया सदर एसडीओ अनिकेत कुमार ने बताया कि इस पुल होकर आवागम शुरू नहीं हुआ था। अंडर कंस्ट्रक्शन था। सीओ व थानेदार को घटना स्थल पर भेजा गया है।
बिहार में पुलों के ढह जाने की ये कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले मार्च महीने में सुपौल में निर्माणाधीन पुल का हिस्सा गिर गया था। जिसमें एक शख्स की मौत हुई थी।
और 9 लोग घायल हुए थे। कोशी नदी पर पुल का निर्माण चल रहा था। बीते साल 4 जून को खगड़िया के अगुवानी गंगा घाट पर निर्माणाधीन पुल के तीन पिलर धंस गए थे।
और पुल का एक हिस्सा नदी में समा गया था। पुल की लागत 1700 करोड़ के करीब थी। जिसकी जांच के आदेश नीतीश सरकार ने दिए थे। पुल के डिजाइन पर भी सवाल उठे थे। साल 2023 में फरवरी में पटना में एक पुल भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ा था। बिहटा-सरमेरा फोन लेन पर बन रहा पुल ढह गया था।
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