Search
Close this search box.
Search
Close this search box.

त्रिपुरा में राजनीति जोरों पर है, जनसंपर्क बढ़ाने के लिए आज त्रिपुरा में 9 सांसद और बंगाल के 1 मंत्री मौजूद

त्रिपुरा : लक्ष्य है 2023 विधानसभा चुनाव। इससे पहले 9 सांसद और बंगाल के 1 मंत्री जनसंपर्क बढ़ाने के लिए त्रिपुरा में मौजूद है। जिसका मुख्य काम अगले सोमवार को खेला होबे दिवस मनाना है। टीम के शीर्ष स्तर से एक इंच भी जमीन का निर्देश नहीं दिया गया है। 8 अगस्त को त्रिपुरा पुलिस ने खोवाई पुलिस स्टेशन में सांसद डोला सेन और राज्य मंत्री ब्रत्य बसु के खिलाफ आधिकारिक कामकाज में बाधा डालने सहित कई आरोप दर्ज किए थे।

हालांकि ब्रत्य बसु ने कहा कि त्रिपुरा में बीजेपी सरकार डरी हुई है। इसलिए हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं। मामले में फंसाया जा रहा है। हम एक संगठन बनाने जा रहे हैं। बीजेपी क्यों डरती है? तब उन्हें समझ में आया कि त्रिपुरा की जनता अब उनके साथ नहीं है। बंगाल में भी भाजपा नेता संगठन के लिए काम करने, प्रचार करने आए थे। बंगाल में उन पर हमला नहीं हुआ तो त्रिपुरा में ऐसा क्यों हो रहा है आने वाले दिनों में तृणमूल कांग्रेस त्रिपुरा में सत्ता में आएगी। त्रिपुरा में वाम दलों के साथ गठबंधन नहीं। हालांकि, किसी भी वामपंथी नेता का तृणमूल पर शामिल होने का स्वागत है। त्रिपुरा अब तृणमूल यानी ममता बनर्जी का विहंगम दृश्य है। कल फिर एसएसकेएम में ममता सुदीप राहा और जया दत्त से मिलने गईं। वहां से निकलकर उन्होंने कहा, ‘त्रिपुरा रंग बदलेगा। दिल्ली भी बदलेगी। उसके बाद तृणमूल ने बताया कि तृणमूल सांसद आज, शुक्रवार को त्रिपुरा जा रही हैं। इतना ही नहीं इस राज्य से शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु को वापस त्रिपुरा भेजा जा रहा है। तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘त्रिपुरा में भाजपा का ठग और पुलिस का राज चल रहा है। लोगों का महागठबंधन है। वह डरे हुए है। मानो रोकने की कोशिश कर रहा है। पुलिस ने पिछले कुछ दिनों में दहशत को अंजाम दिया है, वाहन के चालक को पकड़ लिया गया है। 6 झूठे मामले दर्ज किए हैं। जमानत लेने वालों को गिरफ्तार किया जा रहा है। हमला करने और मुकदमा करने से कोई फायदा नहीं है। मूर्ख स्वर्ग में रहता है। कुणाल ने कहा कि सांसद अर्पिता घोष, अपरूपा पोद्दार, अबीर रंजन विश्वास और प्रतिमा मंडल, काकली घोष दस्तीदार, अबू ताहेर और प्रसून बंदोपाध्याय आज त्रिपुरा का दौरा करेंगे।