दूरबीन न्यूज डेस्क। एफपीओ की महिलाएं बकरी पालन कर बनेंगी आत्मनिर्भर, स्वरोजगार का अच्छा माध्यम है बकरी पालन – एलडीएम। समस्तीपुर यूनियन ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में दस दिवसीय बकरी पालन कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन सह प्रमाण पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अग्रणी जिला प्रबंधक सोनु कुमार ने कहा कि बकरी पालन कम लागत में स्वरोजगार का अच्छा माध्यम है। अच्छी नस्ल के बकरी पालन कर अपनी आय को दोगुना करें। प्रशिक्षित बकरी पालकों को बैंक हर संभव ऋण सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
आरसेटी के निदेशक पी.के. सिंह ने बताया की एक बेहतर भविष्य के लिये कौशल प्रशिक्षण बहुत हीं जरुरी है। जिससे वह स्वयं को रोजगार सृजन करने एवं एक बेहतर भविष्य की ओर बढ़ेंगे। साथ ही अन्य लोगों को रोजगार देने में भी अहम भूमिका निभाएंगे। जिससे समाज के मुख्य धारा से जुड़कर आत्मनिर्भर बनने में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने बैंक से जुड़ी रोजगारोन्मुखी योजना के बारे में जानकारी दी। इसमें बकरी पालन के साथ-साथ प्रशिक्षणार्थीयों को बैंकिंग, उद्यमिता विकास से सम्बंधित विभिन्न क्रियाकलाप के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया।
बता दें कि यह प्रशिक्षण अनमोल उपहार सेवा फाउंडेशन के सहयोग से नाबार्ड संपोषित औसेफा गोटरी किसान उत्पादक कंपनी के सदस्यों को कल्याणपुर प्रखंड के सिमरिया भिन्डी पंचायत भवन पर 35 प्रतिभागियों दी गयी थी। मौके पर औसेफा के निदेशक देव कुमार, संकाय श्रवण कुमार झा, बिट्टू भारती, कौशल कुमार, कार्यालय सहायक शुभम कुमार सिन्हा, रूपमती कुमारी आदि थे।