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समस्तीपुर व बेगूसराय के कई लूट व डकैती मामलों के शातिर शशि ठाकुर पर पुलिस ने किया तीन लाख का ईनाम घोषित

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समस्तीपुर/रोसड़ा। बिहार पुलिस ने बढ़ते अपराधों पर काबू पाने और अपराधियों की गिरफ्तारी के लेकर नई रणनीति अपनाई है। अब पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर ईनामी योजना शुरू की है। जिसमें इन अपराधियों को पकड़ने या जानकारी देनेवाले पुलिस या सामान्य नागरिकों को लाखों रुपए से पुरस्कृत किये जाएंगे। इस दिशा में बिहार पुलिस मुख्यालय ने कई अपराधों में लिप्त रहे दर्जनों शातिर अपराधियों की लिस्ट जारी की है। इन अपराधियों को पकड़वाने वालों को तीन लाख तो कुछ के खिलाफ दो लाख व एक लाख तक के ईनाम घोषित किए गए हैं।

इस लिस्ट में रोसड़ा थाना के कई कांडों में वांछित शातिर शशि ठाकुर का भी शामिल है, जिसके पकड़े जाने पर 3 लाख तक के ईनाम दिए जाएंगे। बता दें कि बेगूसराय जिला के मटिहानी के रहनेवाले शशि ठाकुर के खिलाफ रोसड़ा थाना में डकैती, लूट व आर्म्स एक्ट से जुड़े कई मामले दर्ज है। जिसमें एक मामले में शशि जेल जा चुका है। जबकि अन्य मामलों में फरार ही चल रहा है। इसके अलावे समस्तीपुर नगर थाना व बेगूसराय के कई थानों में भी शशि के विरुद्ध कई मामले दर्ज है।

रोसड़ा थाना के इंस्पेक्टर प्रसुन्जय कुमार ने बताया कि लंबे समय से शातिर शशि ठाकुर को रोसड़ा पुलिस ढूंढ रही है, पर वह पुलिस गिरफ्त से बाहर चल रहा है। हालांकि पुलिस ने उसके साथ कई कांडों में भागीदार रहे उसके छोटे भाई कौशल ठाकुर को इसी साल फरवरी माह में बेगूसराय पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जिसे बाद में रोसड़ा पुलिस ने रिमांड की थी। फिलहाल शातिर कौशल रोसड़ा जेल में बंद है। मिली जनाकारी के मुताबिक कौशल के खिलाफ रोसड़ा थाना में लूट, डकैती व आर्म्स एक्ट से जुड़े आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।

रोसड़ा डकैती व लूट मामले का शातिर शशि ठाकुर व उसका भाई कौशल ठाकुर रोसड़ा में ज्वेलरी की कारीगरी सीखने आया था। पर यहां उसने अपने ही गुरु अवधेश ठाकुर के घर दिसम्बर 2018 में डैकती की घटना को अंजाम दिया था। इस मामले में दोनों भाई जेल भी गया था। यहीं से इन दोनों ने अपराध की दुनिया में कदम रखा था।