पदमाकर सिंह लाला,विद्यापतिनगर। सीमित संसाधनों के बीच भी यदि आपका दृढ़ संकल्प, आत्म विश्वास व निश्चय सही है तो सफलता अवश्य मिलेगी। उस उक्ति को चरितार्थ कर जिले के सुदूरवर्ती विद्यापतिनगर प्रखंड के बेहद सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले छात्र ने सफलता का प्रतिमान स्थापित किया है। Matric results
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ( बीएसईबी) पटना द्वारा रविवार को माध्यमिक की परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं।
मैट्रिक की परीक्षा में पूरे सूबे में दूसरा स्थान समस्तीपुर के आदर्श कुमार ने पाया है। जिन्हें 500 में 488 अंक मिले हैं। इस सफलता से परिवार के सभी सदस्यों के साथ पूरे जिले में खुशी का माहौल है।
विद्यापति उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मऊ बाजिदपुर उत्तर के छात्र आदर्श कुमार के पिता रामनाथ महतो दिल्ली में दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। वहीं माता नीलम देवी गृहिणी है।
माता सिलाई मशीन चलाकर परिवार के भरण- पोषण में सहायता करती हैं। प्रखंड अंतर्गत मऊ धनेशपुर उत्तर पंचायत के दमदमा गांव निवासी आदर्श तीन भाई- बहनों में सबसे छोटा है। चाचा बैजनाथ महतो सरकारी शिक्षक हैं। बैजनाथ महतो बताते हैं कि आदर्श जब परीक्षा देकर निकला था तो अंदाजा था कि वह जिला टॉपर जरूर होगा।
उन्हें भरोसा नहीं था कि वो बिहार बोर्ड की परीक्षा में पूरे बिहार में प्रथम आएंगा।लेकिन इतना जरूर था कि कुछ अच्छा रिजल्ट लाएगा। लेकिन परीक्षा परिणाम में स्टेट सेकंड टॉपर बनने की जानकारी मिलते ही घर परिवार सहित पूरे इलाका में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
टॉपर आदर्श कुमार ने अपनी सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आठ से दस घंटा तक स्वध्याय कर उन्होंने यह कामयाबी हासिल किया है। गणित विषय से आगे की पढ़ाई करने की सोच रखने वाले आदर्श आगे चलकर आईआईटी कर एक अच्छा अभियंता बनना चाहता है।
उधर अपने इकलौते बेटे की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए मां नीलम देवी कहतीं हैं कि आदर्श आगे जो भी पढ़ाई करना चाहेगा हम लोग पूरी तन्मयता के साथ इसमें सहयोग करेंगे।
आईआईटीयन बन कर अभियंता बनने का हैं टॉपर आदर्श का सपना आदर्श ने कहा कि वो आईआईटी परीक्षा उत्तीर्ण हो एक अच्छा अभियंता बनना चाहते हैं।बेहद ही सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाले आदर्श तीन भाई बहनों में सबसे छोटे हैं। आदर्श की मां नीलम देवी ने बताया कि मेरा बेटा पढ़ने में मेघावी है। दिन-रात मेहनत करता था और उसे उम्मीद थी कि अच्छा करेगा।
चाचा और शिक्षक बैजनाथ महतो ने बताया कि वो हमेशा विद्यालय सहित अन्य परीक्षाओं में प्रथम आता था और कुछ अच्छा करने के लिए दिन-रात मेहनत करता था। ग्रामीण परिवेश में रह कर आदर्श ने सफलता का प्रतिमान स्थापित किया है।
इसकी सफलता पर न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे सूबे के लोग गौरवान्वित है और दूर-दूर से उन्हें शुभकामना के फोन आ रहे हैं । चाचा का सहयोग मिला तो मिली कामयाबी सीमित संसाधन में माता पिता ने आदर्श के जुनून को गति देने में जुटे रहे।
आदर्श के चाचा ने अध्ययन के क्षेत्र में उसके बढ़ते जिज्ञासा को देखते हुए उसे अपने कोचिंग संस्थान से जोड़ दिया था। जहां कड़ी मेहनत के बाद परिणाम में बड़ी उपलब्धि प्राप्त की।
परीक्षा परिणाम से माता- पिता सहित ग्रामीणों में भविष्य को लेकर एक बड़ी आशा की किरण दिखाई पड़ रही है। वहीं आदर्श अपनी पढ़ाई को जारी रखते हुए आईआईटीएन बनाने की बात कहीं है। आदर्श के सेकेंड टॉपर होने पर विद्यालय के प्राचार्य अजय झा, डा शशिशेखर प्रसाद सिंह, अजय कुमार सिंह, बैजनाथ महतो, अमरनाथ महतो, मुखिया विवेकानंद सिंह, सरपंच रंजीत कुमार सिंह, जदयू प्रखंड हरेश प्रसाद सिंह, धीरज सिंह सहित शिक्षक- शिक्षिकाओं में हर्ष व्याप्त है।