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न्यायमूर्ति अंजनी कुमार शरण ने कहा, प्रत्येक बच्चे को जीवन, उत्तर जीवन एवं विकास का है जन्मजात अधिकार

समस्तीपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकार समस्तीपुर द्वारा  जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार समस्तीपुर मनोज कुमार एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार समस्तीपुर के सचिव स्वाति सिंह के मार्गदर्शन में बाल अधिकार एवं बाल संरक्षण विषय पर विधिक जागरूकता शिविर (Low awareness camp) का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में माननीय न्यायमूर्ति अंजनी कुमार शरण ने भाग लिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चे को जीवन, उत्तर जीवन एवं विकास का जन्मजात अधिकार है।  इसके अन्तर्गत बच्चों की सुरक्षा, उनके स्वास्थय एवं उनकी शिक्षा का अधिकार सम्मिलित है। जिनका उद्देश्य बच्चे के व्यक्तित्व, योग्यता व मानसिक एवं शारीरिक क्षमताओं का सम्पूर्ण विकास है तथा सामाजिक सुरक्षा से पूर्ण लाभ प्राप्त करने का अधिकार सम्मिलित है। आगत अतिथियों का स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती स्वाति सिंह, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार समस्तीपुर ने किया।

मध्य विद्यालय बहादुरपुर समस्तीपुर के कुल 10 बच्चों को स्कूल कीट एवं महिला विकास निगम के तहत एम एच एम कीट कुल 10 बालिकाओं को दिया प्रदान गया। जवाहर ज्योति बाल विकास केंद्र समस्तीपुर की ओर से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से संबंधित नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक ट्राईसाइकिल जिला प्रशासन, समस्तीपुर की ओर से
कुल 11 दिव्यांगजनो को माननीय न्यायमूर्ति के द्वारा वितरण किया गया।

मौके पर सुशांत कुमार, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय समस्तीपुर, पवन कुमार झा प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश समस्तीपुर, पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी, एडीएम अजय कुमार तिवारी एवं समस्त न्यायिक पदाधिकारीगण उपस्थित थे। स्वागत न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी श्री सचिन कुमार ने किया।