समस्तीपुर। बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के सभाकक्ष में रविवार को प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहायक संघ के समस्तीपुर इकाई की बैठक हुई। इसमें सरकार के द्वारा प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी के बदले पद को प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहायक कर दिए जाने पर कर्मियों ने आपत्ति जतायी। महासंघ के जिलामंत्री राजीव रंजन ने कहा कि सरकार एवं सरकार की नीति हमेशा से कर्मियों के मनोबल को तोड़ने का काम करती है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के एचआर पॉलीसी में प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी के रुप में पद चिंहित है, जबकि एनएचएम बिहार के द्वारा इसको प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहायक के रुप में बहाल किया गया, जो गलत है। प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी के रुप में इनकी भूमिका प्रखंड स्तर पर उल्लेखनीय है। अगर एनएचएम के द्वारा पूर्व से चिंहित पद को बरकार नहीं रखा तो आगे पद के नाम के साथ-साथ अन्य मांगों के समर्थन में चरणबद्ध आंदोलन की जाएगी।
बैठक के दौरान कर्मियों ने सरकार की इस निर्णय पर घोर आपत्ति जताते हुए राज्य स्तर से वेतन विसंगती को दूर करने की रणनीति तैयार की गयी। साथ ही बिहार राजय अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिलामंत्री को संबंद्धता लेने के लिए अनुरोध पत्र दिया गया। मौके पर राज्याध्यक्ष प्रमोद कुमार, प्रखंड अध्यक्ष राजीव कुमार मिश्रा, जिला स्तरीय संघ के अध्यक्ष सुनीत कुमार, सचिव अभिनव कुमार, कोषाध्यक्ष अमित कुमार सिंहा आदि थे।