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राजयोग के नियमित अभ्यास से हम भी अष्ट शक्तियों को जीवन में धारण कर मां दुर्गा की सच्ची संतान कहलाने के बन सकते हैं अधिकारी, सात दिवसीय राजयोग शिविर संपन्न

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समस्तीपुर। जिले हसनपुर में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, समस्तीपुर द्वारा मीताराम बरबड़िया स्मृति भवन में आयोजित तीन दिवसीय आध्यात्मिक प्रदर्शनी के पश्चात सात दिवसीय राजयोग मेडिटेशन शिविर का बृहस्पतिवार को परमात्मा की याद में बनाए गए भोग को आगंतुकों को स्वीकार कराने के साथ समापन हुआ। सातवें दिन परमात्म-ज्ञान लाभार्थियों को अपने परमात्मा पिता से संबंध जोड़ने की अचूक विधि से अवगत कराया गया।

साथ ही  राजयोग से प्राप्त होने वाली अष्ट शक्तियों के बारे में उन्हें बताया गया। राजयोग के नियमित अभ्यास से सहन शक्ति, परखने की शक्ति, विस्तार को संकीर्ण करने की शक्ति, निर्णय शक्ति, समेटने की शक्ति, समाने की शक्ति, सामना करने की शक्ति और सहयोग शक्ति दिनोंदिन बढ़ती जाती है और हम इसका फायदा अपने दैनिक जीवन के हर कार्य में अनुभव करने लगते हैं।

मां दुर्गा को अष्ट भुजाधारी दिखाया है, जो इन्हीं अष्ट शक्तियों को जीवन में धारण करने का प्रतीक है। राजयोग के नियमित अभ्यास से हम भी अष्ट शक्तियों को जीवन में धारण कर मां दुर्गा की सच्ची संतान कहलाने के अधिकारी बन सकते हैं सात दिवसीय शिविर पूरा होने के पश्चात परमात्म-ज्ञान और राजयोग की क्लास प्रतिदिन नियमित रूप से चलती रहेगी।